होली है भईया होली
होली(कविता)
होली है भईया होली है, शोर न अब ऐसा होगा।
कोरोना काल है भईया माहौल ही है कुछ ऐसा।
मौखटा बन गया अब मास्क रे भईया,
जरूरी पिचकारी नही, दो गज दूरी है।
रंग, गुलाल से कर लो भईया अब की दूरी,
सुरक्षित रहने के लिए यह बहुत जरूरी ।
पीना न भांग रे भईया, गिलोय का काढा बना लो जरूरी।
होली में खाई है तुमने खूब से गुजिया,
लगवा लो एक वैक्सीन है बहुत जरूरी ।
गले न मिलना होली पर, दिल से दिल मिला तुम लेना।
रंगों से कर लो अभी जरा दूरी,
होली में अब सोशल डिसटेनट है बहुत जरूरी
होली है भईया होली है।
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